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अल्फाज़ और ज़ज्बात




हर अल्फाज़ से जुड़े ज़ज्बात होते है,

हर बात से जुड़े किसी के ख्वाब होते है।

हर लफ़्ज़ के पीछे एक कहानी है,

प्रेम से सुनो, तो हर बात निराली है।

हर ज़ज्बात में दिल की बात छुपी है,

ग़र तुम सुनो तो दिल खोल के रख दें।

हर बात किसी से जुड़ी होती है,

कोई खास हो तो हर बात खास होती है,

किसी को कहें या ना कहें,

उसकी हर बात लबों पर मुस्कान लाती है।

अल्फाज़ कह पाएँ या नहीं,

ज़ज्बात दिल की हर बात कह जाते हैं।


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